प्रतिभाशाली छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना

Date: 2023-12-27
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नई दिल्ली (आरएनआई) इंडियन जीनियस सर्च ने एक प्रतिष्ठित शैक्षिक पहल के तहत मेधावी छात्र छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान करने का संकल्प लिया है।

यह जानकारी संस्था के प्रमुख ओम सहाय ने आज बातचीत के दौरान दी।उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता के तहत  लिखित परीक्षा के माध्यम से अभ्यर्थियों का चयन किया जायेगा।

उन्होंने बताया कि  यह प्रतियोगिता उभरती हुई प्रतिभाओ को अपनी बुद्धि और शैक्षिक कौशल दिखाने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करती है। 

श्री सहाय के अनुसार इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के विजेताओं को अत्याधुनिक लैपटॉप और प्रमाण पत्र प्रदान किया जायेगा। इसके अलावा इन चैंपियनों को डीएमआईटी परीक्षण से गुजरने का विशेष अवसर प्रदान किया जायेगा,जो एक अभिनव मूल्यांकन है। 

श्री सहाय ने बताया कि इसका उद्देश्य उनकी जन्मजात शक्तियों और प्रतिभाओं को उजागर करना और समझना है। यह परीक्षण व्यक्तिगत और शैक्षिक विकास को आगे बढ़ाने के मार्ग के रूप में कार्य  करेगा।

संस्था के प्रमुख श्री सहाय ने कहा कि इंडियन जीनियस सर्च स्कॉलरशिप प्रतियोगिता अकादमिक उत्कृष्टता के लिए मान्यता के प्रतीक के रूप में खड़ी है जो प्रतिभाशाली व्यक्तियों के विकास को बढ़ावा देती है।

इस प्रतियोगिता के कुछ नियम एवं शर्ते इस प्रकार है:-

1) इस परीक्षा में हिंदी, अंग्रेजी, गणित सामान्य बुद्धिमत्ता में से एक विषय के प्रश्न पूछे जा सकते हैं।

2) इस परीक्षा में प्रश्नों को हल करने के लिए निर्धारित समय 25 मिनट दिया जाएगा।

3) इस परीक्षा में कोई भी अभिलेखन (ओवरराइटिंग) मान्य नहीं होगी ।

इस प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय विजेता होंगे जिन्हे इसका अनुसरण करना होगा।

1) प्रथम श्रेणी में - 15 मिनट से 18 मिनट तक जितने बच्चे प्रश्न का उत्तर दे देंगे वह बच्चे प्रथम श्रेणी में आएंगे। इन बच्चों को आईजीएस की तरफ से एक लैपटॉप, एक सर्टिफिकेट, एक मेडल और डीएमआईटी टेस्ट दिया जाएगा।

2) द्वितीय श्रेणी में - 18 मिनट से 22 मिनट तक जितने बच्चे प्रश्नों का उत्तर दे देंगे वह सभी बच्चे द्वितीय श्रेणी में आएंगे। इन बच्चों को आईजीएस की तरफ से एक कंप्यूटर सेट, एक सर्टिफिकेट, एक मेडल और डीएमआईटी टेस्ट दिया जाएगा।

3) तृतीय श्रेणी में - 22 मिनट से 25 मिनट तक जितने बच्चे प्रश्नों का उत्तर दे देंगे वह सभी बच्चे तृतीय श्रेणी में आएंगे। इन सभी बच्चों को आईजीएस की तरफ से एक टैब, एक सर्टिफिकेट, एक मेडल और डीएमआईटी टेस्ट दिया जाएगा।

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