बिनौली।
ग्वालीखेड़ा के मां अंबा बालिका डिग्री कालेज में बुधवार को स्काउट गाइड शिविर का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ समापन हो गया। इस अवसर पर निर्णायक मंडल द्वारा भगत सिंह टोली के तंबू को प्रथम स्थान दिया गया।
स्काउट एंड गाइड शिविर के समापन पर संस्था प्रबंधक ब्रजपाल सिंह शास्त्री ने कहा कि ,ऐसे शिविर हमारे जीवन व संस्कृति से जुड़े हैं, यह हमें अनुशासन व देश सेवा करना सिखाते हैं।तंबू क्यों ओर किन परिस्थितियों में लगाए जाने के प्रश्न पर ,छात्राओं ने उत्तर दिया कि,आपात काल, बाढ़, भूकंप व प्राकृतिक आपदा के समय जब स्काउट गाइड सेवा के लिए जंगलों में जाते हैं, तो वहॉ तंबू लगाकर रहना पड़ता है। बताया कि,जंगलो में विषम परिस्थितियों में पेड़ों से फल तोड़कर पेट भरना व बिना आग के भोजन बनाना आदि भी उन्हें शिविर में सिखाया गया।
छात्राओं द्वारा बनाये तंबू निरीक्षण में चयनकर्ता ने भगत सिंह टोली के तंबू को प्रथम, रानी लक्ष्मीबाई टोली के तंबू को द्वितीय व महात्मा गांधी टोली के तंबू को तृतीय स्थान दिया। अध्यक्ष कालूराम धामा, महासचिव डॉ रवि पंवार ने स्काउट प्रशिक्षक सचिन शर्मा को शॉल ओढ़ाकर व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।प्राचार्य डॉ राजीव गुप्ता, डॉ शबाना, प्रधानाचार्य देशपाल सिंह तोमर, डॉ संजीव कुमार,डॉ गीता, डॉ सचिन, अश्वनी मोघा, योगेश कुमार, मनीष सैनी आदि उपस्थित रहे।