कोलकाता ऑटिज़्म डायलॉग्स 2024 रामकृष्ण मिशन, कोलकाता में आयोजित किया गया था जिसमें राज्य भर से 120 से अधिक माता-पिता शामिल हुए थे। सुश्री नीलांजना रामबोथु और डॉ. रुद्रजीत सिन्हा द्वारा परिकल्पित कार्यक्रम में ऑटिज्म आबादी के लिए चिंता के छह महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया, अर्थात् आवासीय, वित्तीय योजना, चिकित्सा मुद्दे, कानूनी अधिकार, जीवन कौशल और माता-पिता का स्वास्थ्य।
इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि ऑटिस्टिक आबादी सम्मान और समावेशन का जीवन जीए और इसे लागू करने के तरीकों का पता लगाए। ऑटिस्टिक वयस्कों को अपने घर तक ही सीमित रखने के बजाय खुले समाज में लाने के महत्व पर जोर दिया गया।
इसमें नई दिल्ली से सुश्री नीना वाघ और सुश्री मितुल सेन, कोयंबटूर से श्री भरत शाह और बंगाल से सुश्री चैताली गामी, डॉ. अमृता पांडा, श्री सिद्धार्थ मुखोपाध्याय, डॉ. जसोधारा चौधरी, डॉ. अमलान चौधरी, सुश्री जैसी प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया। सुमित्रा पॉल बख्शी, श्री संजीब पॉल, डॉ. अविक बसु और डॉ. रणजय भौमिक।
मार्मिक स्पर्श में, दिग्गजों का स्वागत "कैप्टन्स", श्री बिनायक रुकु, श्री वेंकटेश रामबोथु और श्री अहरसी ने किया.......
सुश्री नीलांजना रामबोथु ने आगे कहा कि इस कार्यक्रम की शानदार सफलता ने आयोजकों को वर्ष के अंत में एक बड़ा आयोजन करने के लिए प्रेरित किया है, जिसका लक्ष्य राज्य के प्रत्येक ऑटिज्म परिवार तक पहुंचना है।