राजस्थान कांग्रेस में शनिवार को दो बड़े घटनाक्रम देखने को मिले। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के सियासी मुद्दों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की। वहीं, शाम को ही कांग्रेस आलाकमान ने राज्यों के नए प्रभारियों की सूची जारी कर दी, जिसमें सचिन पायलट को छत्तीसगढ़ का प्रभारी बना दिया गया। अभी तक कुमारी शैलजा छत्तीसगढ़ की प्रभारी थीं। कुमारी शैलजा को उत्तराखंड का प्रभारी बनाया गया है।
सचिन पायलट टोंक सीट से विधायक चुने गए हैं। पायलट का राजस्थान से बाहर जाना उनके समर्थकों के लिए एक बड़ा झटका है। साथ ही यह मैसेज भी गया है कि गहलोत चुनाव से पहले कांग्रेस में जितने पावरफुल थे, अब भी उतने ही हैं।
राजस्थान कांग्रेस अब नेता प्रतिपक्ष की लड़ाई चल रही थी। सचिन पायलट को छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाए जाने के बाद अब वे इस रेस से बाहर नजर आ रहे हैं। उधर, छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बड़ी हार ने सबकों चौंका दिया था। परिणाम से पहले कहा जा रहा था कि कांग्रेस यहां सरकार बना सकती है, लेकिन पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे प्रभारी के तौर पर सचिन पायलट के सामने कई चुनौतियां होंगी।