क्वाड के आतंकरोधी वर्किंग ग्रुप की बैठक अमेरिका के होनोलुलु में आयोजित हुई। इस बैठक में हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र में बढ़ रही आतंकी घटनाओं के खिलाफ रणनीति बनाई गई। हवाई के होनोलुलु में यह बैठक 19-21 दिसंबर तक आयोजित हुई, जिसमें हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र में बढ़ रहीं आतंकी घटनाओं को रोकने के लिए सहयोग बढ़ाने पर फोकस किया गया। चर्चा के दौरान नए उभर रहे आतंकी खतरों, क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने के लिए मैकेनिज्म तैयार करने और आतंकियों के इमर्जिंग तकनीक के इस्तेमाल से रोकने के लिए रणनीति बनाई गई। अमेरिका के विदेश विभाग ने यह जानकारी दी है।
क्वाड चार देशों भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया का समूह है, जिसकी स्थापना हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र की सुरक्षा, मुक्त आवाजाही और समावेशी विकास के लिए की गई है। क्वाड का गठन हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र में चीन के बढ़ते दबदबे से निपटने के लिए किया गया था। बीते मार्च में इस समूह ने आतंकवाद से निपटने के लिए भी क्वाड के काउंटर टेरेरिज्म वर्किंग ग्रुप के गठन का फैसला किया था।
सहयोग के तहत क्वाड के सदस्य देश हिंसक कट्टरवाद और छद्म आतंकवाद के खिलाफ काम करेंगे और साथ ही जरूरत पड़ने पर एक दूसरे को लॉजिस्टिक, आर्थिक और सैन्य मदद भी देंगे। बता दें कि हिंद प्रशांत क्षेत्र में समुद्री डाकुओं का खौफ काफी बढ़ा है। बीते दिनों भी एक मालवाहक जहाज को समुद्री डाकुओं ने अगवा कर लिया था। इसके खिलाफ भारत और अन्य देशों की नौसेनाओं ने समन्वित तरीके से ऑपरेशन चलाया था। क्वाड के सदस्य देश इस सहयोग और समन्वय को बढ़ाने की योजना बना रहे हैं।