बिनौली
बरनावा के लाक्षागृह स्थित श्री महानंद संस्कृत विद्यालय गुरुकुल परिसर में मंगलवार को गांधी धाम समिति के तत्वाधान में 65 वे आठ दिवसीय चतुर्वेद पारायण महायज्ञ के चतुर्थ दिवस मुख्य वक्ता व आर्य प्रतिनिधि सभा के उप प्रधान हरवीर सिंह सुमन ने कहा कि ,महर्षि दयानंद की वैदिक विचारधारा को आत्मसात् करने से ही मानव का कल्याण होगा।
वैदिक विद्वान श्री सुमन ने श्रद्धालुओं को वेदोपदेश के दौरान कहा कि,संसार के सर्वश्रेष्ठ कर्म यज्ञ में समर्पित भाव से भाग लेने वाला मनुष्य परमात्मा से जुड़ता है। यज्ञ और वैदिक विचारधारा को आत्मसात् करने से मनुष्य संस्कारित बनेगा।
समाज संस्कारित होगा तो राष्ट्र जागृत होगा।कहा कि, लाक्षागृह पर गुरुकुल की स्थापना करने वाले ब्रह्मर्षि कृष्णदत्त महाराज का दिव्य ज्ञान हम सबके लिए प्रेरणाप्रद है।
आयोजन के ब्रह्म आचार्य गुरुवचन शास्त्री ने माता पिता और गुरुजनो की सेवा को सबसे बड़ा पुण्य बताया। प्रधानाचार्य अरविंद शास्त्री ने कहा कि मनुष्य को अपने संकल्पों की पूर्ति के लिए यज्ञ को अपने दैनिक जीवन में आत्मसात करना चाहिए।
यज्ञ से पर्यावरण शुद्धि के साथ आत्मिक उन्नति होती है।इस अवसर पर आचार्य जयवीर दत्त, देवेंद्र शास्त्री, सोमदत्त भारद्वाज, जयकृष्ण शास्त्री, गंगाशरण शास्त्री, रविदत्त शास्त्री आदि ने सस्वर वेदपाठ किया। स्वामी रामानंद वेश, गांंधी धाम समिति प्रधान यशोधर्मा सोलंकी, मंत्री राजपाल त्यागी, विनोद करनावल,सागर शास्त्री,अनंगपाल वानप्रस्थी, महेंद्र सिंह, अशोक चौहान, सुभाष चौहान, अरुणलता, बालकृष्ण त्यागी आदि सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने आहुति देकर धर्मलाभ उठाया।