झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर धनशोधन मामले में गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। मंगलवार को उन्होंने झामुमो और सत्तारूढ़ गठबंधन के दलों के विधायकों की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी शामिल हुईं। हेमंत अपनी जगह पत्नी को मुख्यमंत्री पद सौंप सकते हैं। ऐसे में बुधवार को ईडी के सामने पेशी के दौरान झारखंड में राजनीतिक हलचल तेज रहने का अनुमान है।
झारखंड सीएम हेमंत सोरेन से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया है। पार्टी के कई कार्यकर्ता यहां मोराबादी ग्राउंड में जुटे हैं। समर्थकों की यह भीड़ राजभवन तक मार्च निकालने की तैयारी कर रही है।
हेमंत सोरेन से ईडी की पूछताछ से पहले पूरे रांची में जबरदस्त सुरक्षा व्यवस्था तैनात की गई है। रांची सिटी के एसपी राजकुमार मेहता ने बताया कि सुरक्षा के सभी बिंदुओं पर नजर रखते हुए हमने पर्याप्त बलों की तैनाती की है। मुख्यमंत्री आवास, राजभवन, ईडी कार्यालय सभी जगहों पर धारा 144 लगाई गई है।
शिवसेना (उद्धव-बालासाहेब) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "विपक्ष को घेरने के लिए ये लोग (भाजपा) किसी भी हद तक गिर सकते हैं। चुनाव आयोग, ED, IT, CBI सभी स्वतंत्र एजेंसियों ने जिस तरह अपने घुटने टेक दिए हैं और भाजपा के दरबार में दरबारी बनकर रह गए हैं। यह देश के लिए दुखद है। देश की जनता से उम्मीद है कि वे इसका संज्ञान लेकर इन्हें सबक सिखाएं।
झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने दावा किया कि दिल्ली आवास से जो 36 लाख नकद बरामद बताए जा रहे हैं, वह सीएम की छवि खराब करने की ईडी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी की साजिश है। उन्होंने सवाल उठाया, जब हेमंत सोरेन ने ईडी को अपना बयान दर्ज कराने 31 जनवरी को बुलाया था, तो एजेंसी उनके दिल्ली आवास पर 29 को ही क्यों पहुंच गई? इसके पीछे बाबूलाल और ईडी का हाथ है। वे सोरेन से अपराधी की तरह पेश आ रहे हैं, लेकिन सीएम किसी से नहीं डरते।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने दावा किया कि मुख्यमंत्री सोरेन के अचानक लापता हो जाने के कारण राज्य में सांविधानिक संकट जैसी स्थिति बन गई थी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, करीब 40 घंटे तक गायब रहने के बाद सीएम सोरेन के रांची सुरक्षित लौटने पर लोगों ने राहत की सांस ली है। राज्य के पुलिस महानिदेशक और खुफिया विभाग को भी उनके बारे में जानकारी नहीं होना गंभीर बात है।
राजधानी रांची में सुबह नौ से दस बजे तक धारा 144 लागू रहेगी। जिला प्रशासन ने यह फैसला लिया है। मुख्यमंत्री आवास, ईडी दफ्तर और राजभवन के आस-पास धारा 144 रहेगी। सोरेन के खिलाफ ईडी की कार्रवाई के बीच रांची में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। अतिरिक्त मुख्य सचिव अविनाश कुमार ने बताया, सीएम आवास, राजभवन और ईडी दफ्तर के 100 मीटर के दायरे में सुबह 10 से रात 10 बजे के बीच निषेधाज्ञा लागू की गई है।
झारखंड सीएम हेमंत सोरेन से ईडी की पूछताछ पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता मनोज पांडे ने कहा, मुख्यमंत्री ने पहले भी प्रश्नों के उत्तर दिए थे, आज भी देंगे, वे पूछताछ में सहयोग करेंगे लेकिन एजेंसियों का जो पूर्वाग्रह दिखता है उससे लगता है जैसे ऊपर से उन्हें कोई टास्क मिला हो। हम सभी लोग और हमारे मुख्यमंत्री हर स्थिति से निपटने को तैयार हैं।