संसद में राष्ट्रपति का अभिभाषण

Date: 2024-01-31
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संसद का बजट सत्र आज से शुरू होगा। अंतरिम बजट से पहले सरकार आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेगी। संसद में हंगामे और अशोभनीय आचरण के आरोपी सांसदों के मामले में लोकसभा और राज्यसभा में विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट भी पेश की जाएगी।

 राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक घंटे 13 मिनट तक अपने विस्तृत भाषण में सरकार की नीतियों और विजन का खाका खींचा। इसके बाद संसदीय प्रणाली का निर्वाह करते हुए उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने अंग्रेजी में संक्षिप्त रूप से संबोधित किया। उनके संबोधन के बाद राष्ट्रगान हुआ। इसी के साथ संसद के बजट सत्र का पहला दिन समाप्त हुआ। 

मानव केंद्रित विकास पर बल दे रही है। हमारे लिए हर नागरिक की गरिमा सर्वोपरि है। उन्होंने कहा, सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र पर चल रही सरकार समाज के हर वर्ग को उचित अवसर देने में जुटी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, हमारी सीमाओं से सटे गांवों को देश का अंतिम गांव माना जाता था। सरकार ने, इन्हें देश का पहला गांव बनाया। उन्होंने कहा कि आंतरिक शांति के लिए सरकार के प्रयासों के सार्थक परिणाम हमारे सामने हैं। आज मेड इन इंडिया एक ग्लोबल ब्रांड बन चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार पर्यावरण से पहलुओं का भी पूरा ध्यान रख रही है। वैश्विक मानकों पर आधारित गुणवत्तापूर्ण उत्पाद बनाने की दिशा में प्रयास भी लगातार जारी हैं। इसके लिए सरकार जीरो इफेक्ट और जीरो डिफेक्ट पर बल दे रही है। उन्होंने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम हुए हैं। 8.5 करोड़ लोगों ने काशी दर्शन किए। 

देश की संसद और राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाने का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, नारीशक्ति का सामर्थ्य बढ़ाने के लिए मेरी सरकार हर स्तर पर काम कर रही है। किसानों के लिए हो रहे प्रयासों को गिनाते हुए उन्होंने कहा, सरकार का प्रयास है कि खेती में लागत कम हो और किसानों को लाभ अधिक हो। उन्होंने कहा कि जनकल्याण की तमाम सरकारी योजनाओं से बदलाव आ रहा है। ये सिर्फ सुविधाएं भर नहीं, देश के नागरिकों के पूरे जीवन-चक्र पर इन योजनाओं का सकारात्मक असर पड़ रहा है।

संसद के बजट सत्र की शुरुआत में संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (MSME) और लघु उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए हुए प्रयासों को भी गिनाया। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है। उन्होंने कहा, डिजिटल इंडिया का निर्माण बीते 10 साल में हुए बड़े बदलावों में अग्रणी है। आज भारत में ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर बन रहा है, जिसका सपना हर भारतीय देखता था। राष्ट्रपति ने कहा, 'सरकार मानती है कि विकसित भारत की भव्य इमारत 4 मजबूत स्तंभों पर खड़ी होगी। उन्होंने युवाशक्ति, नारीशक्ति, किसान और गरीब को चार स्तंभ करार दिया। उन्होंने कहा कि वैश्विक संकटों के बावजूद मेरी सरकार ने देश में महंगाई को काबू में रखा, सामान्य भारतीय का बोझ नहीं बढ़ने दिया।

सरकार परीक्षा में होने वाली गड़बड़ी को लेकर युवाओं की चिंताओं से अवगत है और इसे रोकने के लिए एक कानून बनाएगी। मुर्मू ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी किए जाने, औपनिवेशिक आपराधिक कानूनों के स्थान पर नए कानून बनाए जाने सहित केंद्र सरकार के कई अन्य कदमों का भी उल्लेख किया।

10 वर्ष में, भारत ने राष्ट्र-हित में ऐसे अनेक कार्यों को पूरा होते हुए देखा है जिनका इंतजार देश के लोगों को दशकों से था। आज अर्थव्यवस्था के विभिन्न आयामों को देखें तो यह विश्वास बढ़ता है कि भारत सही दिशा में है तथा सही निर्णय लेते हुए आगे बढ़ रहा है। राष्ट्रपति ने कहा, 'बीते दशक में, मेरी सरकार ने सुशासन और पारदर्शिता को हर व्यवस्था का मुख्य आधार बनाया है।' उन्होंने कहा कि भारत में बिजनेस करना आसान हो, इसके लिए उपयुक्त माहौल रहे, ये सुनिश्चित करने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है।

10 वर्ष में, भारत ने राष्ट्र-हित में ऐसे अनेक कार्यों को पूरा होते हुए देखा है जिनका इंतजार देश के लोगों को दशकों से था। आज अर्थव्यवस्था के विभिन्न आयामों को देखें तो यह विश्वास बढ़ता है कि भारत सही दिशा में है तथा सही निर्णय लेते हुए आगे बढ़ रहा है। राष्ट्रपति ने कहा, 'बीते दशक में, मेरी सरकार ने सुशासन और पारदर्शिता को हर व्यवस्था का मुख्य आधार बनाया है।' उन्होंने कहा कि भारत में बिजनेस करना आसान हो, इसके लिए उपयुक्त माहौल रहे, ये सुनिश्चित करने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है।

राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार 'न्याय-सर्वोपरि' के सिद्धांत पर काम कर रही है। देश में डिजिटल डेटा की सुरक्षा के लिए कानून बनाए जा रहे हैं। नेशनल रिसर्च फाउंडेशन कानून से देश में शोध और नवाचार यानी इनोवेशन को बल मिलेगा। उन्होंने जम्मू-कश्मीर से जुड़े आरक्षण कानून का भी जिक्र किया। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार, रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म की अपनी कमिटमेंट लगातार जारी रखने में सफलता हासिल कर रही है।

नए संसद भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने पहले अभिभाषण में कहा कि बीता वर्ष भारत के लिए ऐतिहासिक उपलब्धियों से भरा रहा है। उन्होंने लगातार दूसरी तिमाही में भारत की विकास दर 7.5 फीसदी रहने का जिक्र करते हुए देश की आर्थिक नीतियों को शानदार बताया। उन्होंने डिजिटल इंडिया जैसी पहल की भी सराहना की।

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