नरसिंहपुर विधानसभा से विधायक चुने गए प्रह्लाद पटेल शुक्रवार को विधानसभा पहुंचे। उन्होंने यहां पर विधायक निर्वाचित होने के बाद की कागजी कार्यवाही को पूरा किया। विधानसभा प्रमुख सचिव एपी सिंह ने उनका डॉक्यूमेंटेशन करवाया। पटेल मध्यप्रदेश में सीएम पद के दावेदारों में शुमार हैं। वे पहली बार विधायक चुने गए हैं। इसके पहले वे सांसद और केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने हाल ही में विधायक बनने पर संसद की सदस्यता और केंद्रीय मंत्री पद से त्याग पत्र दिया है।
लोकसभा से विधानसभा में आने पर उन्होंने कहा कि कोई सदन छोटा या बड़ा नहीं होता। सिर्फ संख्या बल और नियमों का फर्क होता है। अगर ईश्वर ने चौकीदारी का काम दिया है तो चौकीदारी ही करनी चाहिए, इसका प्रमोशन से कोई लेना-देना नहीं। सदन सदन होता है, पहली बार विधानसभा में आने पर कहा कि मध्यप्रदेश विधानसभा में विधायक के तौर पर मैंने पहली बार प्रवेश किया है, मैं गौरान्वित हूं। नेतृत्व का मैं आभार व्यक्त करता हूं।
मुख्यमंत्री फेस की घोषणा में हो रही देरी पर प्रह्लाद पटेल ने बताया कि पांच राज्यों को लेकर फैसले होने हैं। इसलिए समय लग रहा है। उन्होंने कहा कि जब मैं मणिपुर का प्रभारी था, तब भी समय लगा था। आगे पटेल ने कहा कि फिलहाल लोकसभा भी चल रही है। इसलिए भी समय लग रहा है। देरी जैसी कोई बात नहीं है। खुद के मुख्यमंत्री फेस के सवाल पर उन्होंने कहा कि आप सभी का धन्यवाद।
पटेल के साथ ही सांसद व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, सासंद रीति पाठक, उदय राव प्रताप सिंह और राकेश सिंह ने भी विधानसभा चुनाव लड़ा था। इन्होंने भी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की है। अब यह सब भी सांसद से विधायक बन गए हैं। इन्होंने भी अपनी संसद की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है।